COVID-19 महामारी की अनुमानित तीसरी लहर अगस्त में भारत में आने की संभावना है जो अक्टूबर में अपने चरम पर पहुंच सकती है। एक अध्ययन के अनुसार,कोरोनावायरस महामारी प्रतिदिन 1,00,000 से कम संक्रमण या लगभग 1,50,000 की रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
हैदराबाद और कानपुर में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में प्रोफेसरों मथुकुमाल्ली विद्यासागर और मनिंद्रा अग्रवाल के नेतृत्व में एक शोध दल ने कहा कि कोरोनावायरस के मामलों में वृद्धि तीसरी लहर को आगे बढ़ाएगी।
पिछले महीने अग्रवाल जी जो कि COVID-19 मामलों के मॉडलिंग के साथ काम करने वाले सरकारी पैनल के वैज्ञानिक भी हैं। उन्होंने कहा था कि कोरोनावायरस की संभावित तीसरी लहर में दूसरे उछाल के दौरान दर्ज किए गए आधे दैनिक मामले दिखाई दे सकते हैं और यह अक्टूबर-नवंबर के बीच अपने चरम पर पहुंच सकता है यदि COVID- प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जाता है।
फिलहाल कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलें कम दर्ज हो रहे है। लेकिन मई में दूसरी लहर के समय इसके मामलें इतनी देखने को मिले कि रोजाना हजारों लोगों की जान चली गई थी और कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति और बेड की कमी हो गई थी। 7 मई को भारत ने 4,14,188 COVID-19 मामलों को दर्ज किया था, जो दूसरी लहर के दौरान उच्चतम दैनिक आकड़े रहे थे।
केंद्र ने हाल ही में कहा कि दस राज्य नए दैनिक COVID मामलों में वृद्धि या टेस्ट पॉज़िटिविटी रेट (TPR) में उतार-चढ़ाव की रिपोर्ट कर रहे हैं। इसने 10 प्रतिशत से अधिक की पॉज़िटिविटी रेट वाले जिलों में सख्त प्रतिबंध का सुझाव दिया, ताकि लोगों की भीड़ और परस्पर क्रिया को रोका जा सके।
यह दस राज्य हैं जो रिपोर्ट दे रहे है – मिजोरम, मेघालय, आंध्र प्रदेश और मणिपुर, केरल, महाराष्ट्र,कर्नाटक, तमिलनाडु, ओडिशा, असम।
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